25 अक्तूबर 2011

संघर्ष

जीने की आस है
जो छोड़ जाता है
बदलने के लिए
एक  नया मंजर है कहीं

अँधेरा छोड़ देता है
कहीं बदलाव की स्थिति
पनपते  हुये नहीं दिखती

इस  संघर्ष में फिर भी
गुजरना  चाहता हूँ
हासिल  करना चाहता हूँ
अपने  मकाम को

 संघर्ष  जो हमें कचोटती है
उसे  छोड़ने के लिए निरंतर
फिर भी लड़ रहा हूँ एक नये
परिवेश  के लिए |










साया जो है

साये कि तरह चलना भी क्या कोई जिंदगानी है
 जिसे अपना समझकर भी साया के साथ गुजरना 
पड़  रहा है कभी यही लम्हे छोटी तो कभी बड़ी लम्बी
लगती है |

बदलते हुये

कितने मुश्किल में समां जाता हूँ बदलते हुये 
आज  भी उसी परिवेश में बदल रहा हूँ
 एक कसक फिर भी साथ है साये जैसे 
बदलता  हूँ बदलते रंगों के साथ साथियों से |







स्थिरता है

पीछा नहीं छोड़ पाता हूँ
स्थिरता स्थिति बनकर रह गया है
आज  जो सोचता हूँ कल के बारे में
हल  नहीं निकल पाता है

पूर्वाभास  के दौर से गुजर रहा हूँ
छोड़  देती है मुझे कुछ यादें
जिसे  समेटकर एक नये मक़ाम
कि  ओर बढ़ाना चाहता हूँ
कहीं  किसी विश्वास के संग

तोडना  चाहता हूँ इस स्थिरता को
एक  नये मक़ाम कि ओर फिर भी
स्थिरता  छोड़ नहीं देता है |