7 जनवरी 2012

जैसे ही कदम बढ़ाते हैं

नयी उमंगें नया जोश
नए साल में
नयी बहार नयी उमंग
भरता है इस बहार में

नया रुखसार नए फ़िराक में
बदलते हुए कभी इस डगर
कभी उस डगर दिलकश
अंदाज में

बर्फ की नयी फुआरें
सिसक लेती सांसों को
कहीं रुकते हैं कदम तो
कहीं फिर से बढ़ते है उमंग
कहीं रुकते है कदम