अकेल में
बैठे-बिठाये
विचारों में खो
जाना और कोई
हल नहीं निकल पाना
नये सोच की
ओर नया सफर
हर चीज नयी सी
धूप छाँव के संग
बदलने के लिये कुछ
सोच विचारों के
मंथन से
सोचते हुये कोई
हल नहीं निकल
पाना उदासी का
सबसे बड़ा कारण
बन जाता है
मन का स्वभाव
यूँ ही हलचल
सा मचा जाता है |
बैठे-बिठाये
विचारों में खो
जाना और कोई
हल नहीं निकल पाना
नये सोच की
ओर नया सफर
हर चीज नयी सी
धूप छाँव के संग
बदलने के लिये कुछ
सोच विचारों के
मंथन से
सोचते हुये कोई
हल नहीं निकल
पाना उदासी का
सबसे बड़ा कारण
बन जाता है
मन का स्वभाव
यूँ ही हलचल
सा मचा जाता है |