27 मार्च 2012

मंडराते हैं


हर समय मंडराते ही
मेरे आस पास एक
नये  चक्र की ओर
सामने झलकने में
शायद परेशानी का
सबब  हो

प्रत्येक समय चाह कर
भी नजदीक आने में
कतराते हैं शायद उनको
परेशानी का सबब हो

एक नया पहल
झलकता है
जहाँ से हम गुजरते हैं
एक नया सा पहल है 
जो ठोस सा पहल है

प्रत्येक समय
कहीं न कहीं
उलझन हमारे प्रत्यक्ष
व इर्द गिर्द दिखाई देता है

4 मार्च 2012

जहाँ राग है |

हम जब राहे कदम पर चलते ,तभी नया रंग राग उभरता
हर कदम अपने आप में, एक नया रूप रंग लिए हुये
जहाँ उनके और अपने कदम पे चलता है रंग राग
जहाँ प्रत्येक समय  बदलते हैं , दुनिया के नये राग रंग



3 मार्च 2012

दोस्ती का राग

दोस्ती का राग
 समयानुसार बदलते रहता है
हम चाह कर भी इस राह से हट नहीं जाते
हर कोई नये फिराक में रहता है
हर किसी का भाग्य बदल जाता है
अगर सही रास्ते पर चले तभी
दोस्ती का राग एक अलग
रिश्ते में परिवर्तित हो जाता है
इसी राग से बनते और बिगड जाते हैं
प्रत्येक आदमी अपने आप को ऊँचाइयों
पर स्थापित करने की फिराक में रहता है ।